अमृतसर- –पंजाब में निहंगों के विरोध के बीच तख्त श्री केशगढ़ साहिब के नए जत्थेदार के तौर पर ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज की दस्तारबंदी कर दी गई। इसके साथ ही उन्हें सिख धर्म के सर्वोच्च श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार का भी अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया।
दस्तारबंदी के लिए पहले सोमवार सुबह 11 बजे का समय रखा गया था। मगर, निहंग संगठन श्री अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह और श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह को हटाने के तरीके के विरोध में उतर आए।
उन्होंने ज्ञानी गड़गज की दस्तारबंदी का विरोध करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद तड़के करीब 3 बजे ही यह कार्यक्रम कर लिया गया।अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इस पर सवाल उठाया कि बिना सभी लोगों की मौजूदगी के यह दस्तारबंदी क्यों की गई? हालांकि अकाली दल के सीनियर नेता सुच्चा सिंह लंगाह ने सफाई दी कि अकाली दल और सिख कौम को बचाने के लिए ये सब कुछ किया गया।