चंडीगढ़ / मानसा, 7 मार्च: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नशे को पूरी तरह खत्म करने के लिए युद्ध नशों विरुद्ध मुहिम शुरू किया है। इस अभियान के तहत मानसा जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करने के लिए आज कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने नशा तस्करों पर की जा रही कार्रवाई, नशे से पीड़ित लोगों के इलाज और पुनर्वास को लेकर विस्तार से जानकारी ली।
कैबिनेट मंत्री भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने पुलिस प्रशासन को पूरी छूट दी है कि वे नशे के व्यापार में लिप्त असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें और समाज को नशामुक्त बनाएं। उन्होंने नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे तुरंत नशे का कारोबार छोड़कर आत्मसमर्पण कर दें। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लें और समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ बिना किसी देरी के शिकायत दर्ज कराएं।
उन्होंने कहा कि युवाओं को खेलों, शारीरिक गतिविधियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जोड़ा जाए ताकि वे इस सामाजिक बुराई से दूर रहकर स्वस्थ जीवन जी सकें। उन्होंने बताया कि जो लोग पहले से नशे की चपेट में आ चुके हैं, उनके सही इलाज और पुनर्वास के लिए नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र लाभदायक साबित हो रहे हैं। इसके अलावा, सरकार नशा पीड़ितों को रोजगार के अवसर देने और उन्हें स्वरोजगार के लिए मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
कैबिनेट मंत्री भुल्लर ने कहा कि जो लोग नशे की कमाई से अवैध रूप से घर या संपत्ति बना चुके हैं, उनके घर गिराए जाएंगे और उनकी बाकी संपत्तियां भी कानून के अनुसार जब्त की जाएंगी। साथ ही, अगर कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी नशा तस्करों की मदद करता है या उन्हें संरक्षण देता है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि कबाड़ विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी जाए कि यदि वे किसी नशेड़ी या चोर से कोई सामान खरीदते हैं, तो उन्हें भी चोरी के मामले में शामिल मानकर कार्रवाई की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री भुल्लर ने कहा कि पंजाब सरकार नशे का खात्मा करके ही चैन की सांस लेगी। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान को और तेज किया जाए और पुलिस प्रशासन को भी आदेश दिया कि नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई को और कड़ा किया जाए।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस शेर की तरह है, जिसके आगे कोई टिक नहीं सकता। उन्होंने जिला वासियों से भी अपील की कि वे पुलिस और प्रशासन का पूरा सहयोग करें ताकि जिस तरह पंजाब पुलिस ने जनता के सहयोग से आतंकवाद का सफाया किया था, उसी तरह नशे के कारोबार को भी जड़ से खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि जो नशा तस्कर लोगों के घर उजाड़कर पैसा कमा रहे हैं, वे ज्यादा समय तक सुरक्षित नहीं रह पाएंगे।
कैबिनेट मंत्री भुल्लर ने जिले की पंचायतों से अपील की कि वे ग्राम सभाओं में प्रस्ताव पारित करें कि जो कोई भी नशा तस्करों की जमानत लेगा या उनकी मदद करेगा, उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां भी स भगवंत सिंह मान सरकार के इस फैसले की सराहना कर रही हैं और पंजाब पुलिस की प्रशंसा कर रही हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि जिन असामाजिक तत्वों ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर घर बनाए हैं, उनकी सूची जल्द से जल्द पुलिस प्रशासन को सौंपी जाए ताकि इन अवैध कब्जों को हटाया जा सके। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि यदि जिला पुलिस ने किसी नशा तस्कर की संपत्ति की जानकारी मांगी हो, तो वह 24 घंटे के भीतर उपलब्ध कराई जाए।
इस अवसर पर विधायक विजय सिंगला, बुध राम और गुरप्रीत सिंह बणांवाली ने कैबिनेट मंत्री भुल्लर को विश्वास दिलाया कि मानसा जिले में सरकार द्वारा चलाई जा रही युद्ध नशों के विरुद्ध मुहिम को जन आंदोलन बनाया जाएगा और नशा तस्करों के खिलाफ जंग को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान में शिक्षण संस्थानों, सामाजिक संगठनों और आम जनता के साथ-साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी और इसे जमीनी स्तर तक फैलाकर इस सामाजिक बुराई को खत्म किया जाएगा।
बैठक के दौरान उपायुक्त कुलवंत सिंह ने कैबिनेट मंत्री को जिला प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक 160 पंचायतें नशा तस्करों और उनके समर्थकों के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी हैं।
मानसा जिला पुलिस के कार्यों की जानकारी देते हुए एसएसपी भागीरथ सिंह मीणा ने बताया कि जिले में नशे के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसके परिणामस्वरूप जहां नशे की बड़ी खेप जब्त की गई है और ड्रग मनी बरामद हुई है, वहीं नशा तस्करों की गिरफ्तारी भी बढ़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार के दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक मुस्तैदी से काम किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन अरविंद पाल सिंह ने बताया कि विभाग पूरी सक्रियता से कार्य कर रहा है। उन्होंने मांग की कि खियाला गांव में स्थित नशा मुक्ति केंद्र को जिला अस्पताल परिसर में स्थानांतरित किया जाए, ताकि नशा पीड़ितों को अन्य बीमारियों के इलाज में कोई दिक्कत न हो। इस पर उपायुक्त ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर के मानसा पहुंचने पर पंजाब पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त (विकास) निर्मल ओसेपचन, एसडीएम मानसा काला राम कांसल, एसडीएम बुढलाडा गगनदीप सिंह, मार्केट कमेटी चेयरमैन गुरप्रीत सिंह भुच्चर, जिला योजना कमेटी चेयरमैन चरणजीत सिंह अकांवाली सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित थे।