पंजाब ने ग्रीन स्कूल प्रोग्राम के तहत ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ और ‘सर्वश्रेष्ठ जिला’ पुरस्कार प्राप्त किए

 

चंडीगढ़, 4 फरवरी:

पर्यावरण शिक्षा और स्थिरता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए, पंजाब ने सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सी.एस.ई.) द्वारा नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित ग्रीन स्कूल अवॉर्ड्स 2025 में प्रतिष्ठित ‘सर्वश्रेष्ठ ग्रीन राज्य’ और ‘सर्वश्रेष्ठ ग्रीन जिला’ पुरस्कार प्राप्त किए हैं।

यह पुरस्कार प्रसिद्ध पर्यावरण वैज्ञानिक सोनम वांगचुक और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट की प्रमुख सुनीता नारायण द्वारा पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (पी.एस.सी.एस.टी.) के कार्यकारी निदेशक इंजीनियर प्रितपाल सिंह और संयुक्त निदेशक डॉ. कुलबीर सिंह बाठ को प्रदान किए गए।

सी.एस.ई. की अनूठी पहल ग्रीन स्कूल प्रोग्राम (जी.एस.पी.) को पंजाब में पी.एस.सी.एस.टी. द्वारा अपने पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम के तहत सक्रिय रूप से लागू किया गया है। यह कार्यक्रम स्कूलों को वायु, ऊर्जा, भोजन, भूमि, जल और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे छह प्रमुख क्षेत्रों में आवश्यक मानकों का सख्ती से ऑडिट करवाकर संसाधन प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करता है।

ये पुरस्कार पंजाब की नेतृत्वकारी भूमिका को मान्यता देते हैं, जो छात्रों और स्कूलों में पर्यावरणीय जागरूकता और स्थिरता को बढ़ावा देने में सहायक है। पूरे देश में पंजीकृत 11,917 स्कूलों में से, पंजाब के 7,406 स्कूलों ने पर्यावरण ऑडिट पूरा किया, जो देशभर में हुए कुल ऑडिट का 84 प्रतिशत है।

पंजाब के 196 स्कूलों को ‘ग्रीन स्कूल’ का दर्जा प्रदान किया गया, जिनमें 171 सरकारी और 25 निजी स्कूल शामिल हैं। इसके अलावा, होशियारपुर जिले को ‘सर्वश्रेष्ठ जिला’ पुरस्कार दिया गया।

होशियारपुर जिले ने 1,945 स्कूलों का ऑडिट पूरा कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया, जो पूरे भारत में किसी भी जिले द्वारा हासिल किया गया अब तक का सबसे ऊँचा आंकड़ा है।

यह उपलब्धि पंजाब की पर्यावरण शिक्षा में अग्रणी भूमिका को दर्शाती है और एक बेहतर भविष्य के निर्माण के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को उजागर करती है। पंजाब में ग्रीन स्कूल प्रोग्राम की सफलता अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में कार्य कर रही है, जो शिक्षा प्रणाली में पर्यावरण चेतना को शामिल करने के महत्व को दर्शाती है।

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