हुसैनीवाला बॉर्डर (फिरोजपुर), 5 दिसंबर
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज हुसैनीवाला बॉर्डर को अत्याधुनिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की घोषणा की।
हुसैनीवाला बॉर्डर पर रिट्रीट समारोह में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहली बार है जब वे इस समारोह को देखकर अत्यंत खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों से इस ऐतिहासिक स्थल को नया रूप देने के लिए विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस पवित्र स्थल के व्यापक विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थल को आधुनिक तरीके से विकसित किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने बताया कि पंजाब में तीन स्थानों – वाघा, हुसैनीवाला और सुलेमानकी सीमा पर रिट्रीट समारोह आयोजित किए जाते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वाघा पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, लेकिन इसकी तुलना में हुसैनीवाला और सुलेमानकी पर पर्यटकों की संख्या कम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थान में पर्यटकों को आकर्षित करने की अपार संभावनाएं हैं, इसलिए इस स्थान को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि यह स्थल शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरु और शहीद सुखदेव से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस स्थान पर एक संग्रहालय भी है, जहां वह पिस्तौल प्रदर्शित की गई है जिसका उपयोग महान शहीद ने सांडर्स को मारने के लिए किया था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस स्थल की हर कण में देशभक्ति समाई हुई है, और इस पवित्र धरती से अधिक से अधिक पर्यटकों को जोड़ा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों की भी सराहना की, जो देश के विभिन्न हिस्सों में खराब मौसम के बावजूद अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार शहीदों की विरासत को संरक्षित रखने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों से मोहाली हवाई अड्डे का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। इसी तरह भगवंत सिंह मान ने बताया कि बुधवार को मोहाली में निशान-ए-इंकलाब प्लाजा पर शहीद भगत सिंह की 30 फीट ऊंची प्रतिमा जनता को समर्पित की गई है।