“इन्वेस्ट पंजाब” पोर्टल अपनी कार्यक्षमता के कारण 28 राज्यों में अग्रणी : उद्योग मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद


चंडीगढ़, 14 नवंबर:

पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उद्योगपतियों को पंजाब में निवेश करने का निमंत्रण दिया है। एक बयान में उन्होंने कहा कि उद्यमी अपनी इकाइयाँ शुरू करें, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

उन्होंने कहा कि पंजाब में निवेश के लिए माहौल अनुकूल, उपयुक्त और शांतिपूर्ण है, और उद्योगों की उन्नति के लिए पंजाब सरकार पूरी संजीदगी और सद्भावना के साथ काम कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की नीतियां भी उद्योग हितैषी हैं और छोटे और मध्यम उद्योगपति एक हलफनामा देकर तुरंत अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं और जरूरी दस्तावेजी प्रक्रिया 3 साल के भीतर पूरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों को भी यह सुविधा देने का निर्णय मुख्यमंत्री स्तर पर विचाराधीन है।

सौंद ने बताया कि राज्य का “इन्वेस्ट पंजाब” पोर्टल अपनी प्रदर्शन क्षमता के कारण 28 राज्यों में पहला स्थान रखता है और इस पर लगभग 58 हजार छोटे और मध्यम नए उद्योगों ने पंजीकरण करवाया है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने बताया कि पिछले ढाई साल में पंजाब में 86 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है और इसे नए स्तरों पर ले जाने के लिए पंजाब सरकार ने प्रयासों को और तेज कर दिया है।

पंजाब के फोकल पॉइंट्स के बारे में सौंद ने कहा कि राज्य के विभिन्न शहरों में स्थित 52 फोकल पॉइंट्स में से 26 को नगर निगमों या कमेटियों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि फोकल पॉइंट्स को विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस करने का काम जारी है और पहले चरण में 5 शहरों के फोकल पॉइंट्स को रोल मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना है। उन्होंने बताया कि जल्द ही फोकल पॉइंट्स का नक्शा बदल दिया जाएगा।

एक खुशखबरी देते हुए उद्योग मंत्री ने बताया कि पंजाब की नई आई.टी. (सूचना प्रौद्योगिकी) नीति पर काम शुरू हो चुका है और इसे अगले वर्ष के मध्य से पहले लागू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत मोहाली उत्तर भारत के नए आई.टी. हब के रूप में उभरकर सामने आएगा। इस नीति के लागू होने के बाद लगभग 55 हजार आई.टी. पेशेवरों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

सौंद ने कहा कि उद्योग मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से उन्होंने कई व्यापारियों, संगठनों, औद्योगिक चैंबर्स और औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी से मिले सुझावों को नई नीतियों और योजनाओं को बनाते समय ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि उद्योग हितैषी नीतियों के कारण पंजाब का औद्योगिक क्षेत्र जल्द ही दोगुनी और चौगुनी तरक्की करेगा और पंजाब में और अधिक नए निवेश आएंगे।
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