पंजाब विजन 2047 कॉन्क्लेव का आयोजन 12-13 नवंबर को पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में विश्व पंजाबी इंस्टीट्यूट द्वारा पंजाब डेवलपमेंट कमीशन और पंजाब यूनिवर्सिटी के सहयोग से किया जाएगा। इस अवसर पर, सरकारी नेता, सांसद, नीति निर्माता और विशेषज्ञ 2047 तक पंजाब के विकास के लिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक साथ आएंगे। सम्मेलन को मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया संबोधित करेंगे। कॉन्क्लेव के आयोजक सांसद डा. विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि पंजाब एक चौराहे पर खड़ा है, इसलिए यह सम्मेलन हमारे राज्य की प्रगति के लिए कार्रवाई योग्य रणनीति तैयार करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
जानकारी के मुताबक इस अवसर पर शासन सुधार, कृषि परिवर्तन, आर्थिक पुनरुद्धार, औद्योगिक विकास, पर्यावरणीय स्थिरता जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। उद्घाटन सत्र में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा, विक्रमजीत साहनी विषय तय करेंगे। पहले दिन प्रशासनिक चुनौतियों, कृषि सुधार और औद्योगिक विकास पर चर्चा होगी, जिसमें कैबिनेट मंत्री डा. बलबीर सिंह, डा. बलजीत कौर, गुरुमीत सिंह खुडिड़यां, हरभजन सिंह ई. टी ओ., तरूणप्रीत सिंह सौंध आदि सत्रों की अध्यक्षता करेंगे।
दूसरे दिन, पंजाब के वित्तीय संकट से निपटने और प्रतिभा पलायन को रोकने, पर्यावरण संबंधी चिंताओं आदि जैसे आर्थिक और कार्मिक मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। चर्चा में कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, हरजोत सिंह बैंस, हरदीप सिंह मुंडियां, बरिंदर कुमार गोयल, अमन अरोड़ा, कुलदीप सिंह धालीवाल आदि विभिन्न सत्रों की अध्यक्षता करेंगे और सांसद डा. संदीप पाठक, बलबीर सिंह सीचेवाल आदि भी विभिन्न सत्रों की अध्यक्षता करेंगे और संभावित और स्थायी समाधान खोजने के लिए मुद्दों पर चर्चा करेंगे। कॉन्क्लेव का एक श्वेत पत्र भी जारी किया जाएगा, जिसमें पंजाब के सामने आने वाली चुनौतियों के विभिन्न संभावित समाधान शामिल होंगे।