बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और राजधानी ढाका से चली गई हैं। दरअसल, बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों और हिंसक झड़पों ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया था। प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद अब देश की कमान सेना के हाथों में है। प्रथम अलो डेली ने बताया कि बांग्लादेश सेना ने प्रधान मंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए 45 मिनट का अल्टीमेटम दिया था। इसी बीच सैकड़ों प्रदर्शनकारी उनके आवास में घुस गये। इसके बाद वह सैन्य हेलीकॉप्टर से रवाना हो गईं।
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हम आपकी मांग पूरी करेंगे। हम देश में शांति वापस लाएंगे। हम इस देश को अंतरिम सरकार के जरिए चलाएंगे। इस के साथ ही जनरल वकार-उज़-ज़मान ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि बर्बरता, आगजनी और हिंसा से बचें। आप लोग हमारे साथ आयेंगे तो स्थिति बेहतर हो जायेगी। लड़ाई और हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा। विवाद और अराजकता से दूर रहें।
इस बीच, सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया है और देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है। स्कूल, कॉलेज और बाजारों में 3 दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है। हिंसा को देखते हुए कई ट्रेनों का परिचालन अगले आदेश तक रोक दिया गया है। कपड़ा फैक्ट्रियों पर भी ताले लग गए हैं। पुलिस ने लोगों से जितना संभव हो सके घर पर रहने को कहा है।