लेफ्टिनेंट कर्नल एमके सिंह ने कहा- भारतीय सेना राइफलमैन कैसर अहमद शाह और राइफलमैन जीवन सिंह की बहादुरी को सलाम करती है। दोनों ने गोली लगने के बावजूद आतंकवादियों को भागने पर मजबूर कर दिया। दोनों शहीदों के साहस से और अधिक नुकसान नहीं हुआ। दोनों जवानों ने कश्मीर में पाकिस्तान के आतंकी एजेंडे के खिलाफ अटूट साहस का परिचय दिया।
हमले में बोनियार के जहूर अहमद मीर और उरी के मुश्ताक अहमद चौधरी ने भी देश की सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। कश्मीर लगातार शांति और स्थिरता की ओर बढ़ रहा है, लेकिन पाकिस्तानी आतंकवादी जानबूझकर घाटी में आतंक पैदा करने के लिए कश्मीरी स्थानीय लोगों को निशाना बना रहे हैं। आतंकवादियों की एकमात्र विचारधारा है ‘घाटी में आतंक का राज’ है।