चंडीगढ़, 21 जून
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पंजाब राज्य ने इस साल एक नया इतिहास रचा और समूचे भारत के लिए एक मिसाल कायम की। 21 जून को आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पंजाब के 23 जिलों के सभी ब्लाकों, गाँवों और शहरी क्षेत्रों में एक ही समय सामूहिक योग सत्र आयोजित किये गए। इस भव्य समागम के साथ पंजाब देश का पहला राज्य बना जहाँ योग दिवस इतने बड़े स्तर पर मनाया गया।
इस राज्यव्यापी समागम में नागरिकों की भागीदारी बहुत उत्साहजनक थी। विभिन्न आयु वर्ग के हज़ारों लोगों ने योग सत्रों में हिस्सा लिया और न सिर्फ़ स्वास्थ्य के प्रति अपनी जागरूकता का परिचय दिया, बल्कि योग को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाने का भी संकल्प लिया। प्रोग्राम में प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ नागरिकों और विद्यार्थियों सहित समाज के हर वर्ग की सक्रिय सहभागिता रही।
इस समागम में ‘‘सीएम दी योगशाला’’ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी। संगठन के ज़िला कॉर्डिनेटरों और ट्रेनरों ने राज्यभर में आयोजित प्रोग्रामों का संचालन किया और जनता को योग से जोड़ने में महत्वपूर्ण योगदान डाला। ज़िला स्तर पर ट्रेनरों द्वारा समर्पित प्रयत्नों और प्रभावशाली तालमेल के कारण यह प्रोग्राम सफलतापूर्वक मुकम्मल हुआ।
‘सीएम दी योगशाला’ ने न सिर्फ़ तकनीकी सहायता प्रदान की बल्कि सभी जिलों में एक व्यापक जागरूकता मुहिम भी चलाई, जिससे बड़ी संख्या में लोग इस मुहिम में शामिल हो सकें।
बताने योग्य है कि पंजाब में रोज़मर्रा के 4709 योग कक्षाएं सक्रिय रूप से चलाईं जा रही हैं और रोज़मर्रा के 2,15,000 से अधिक लोग इन मुफ़्त योग कक्षाओं में हिस्सा ले रहे हैं।
योजना की शुरुआत से लेकर अब तक 5 लाख से अधिक नागरिकों ने इस पहल का लाभ ले चुके हैं।
’सीएम दी योगशाला’ अब तक 1196 गाँवों तक पहुँच चुकी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी योग के प्रति जागरूकता बढ़ रही है