अयोध्या। Sculptor Arun Yogiraj on Ramlala Pran Pratishtha: भगवान रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा राम मंदिर में हो चुकी है। इस मूर्ति को गढ़ने वाले अरुण योगीराज स्वयं को धन्य समझ रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शाामिल कर्नाटक के मैसूर जिले के अग्रहार के रहने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज ने कहा कि वह धरती पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हैं। पूर्वजों और परिवार का आशीर्वाद है।
सरकार से कई पुरस्कार मिले
योगीराज ने कहा कि कभी-कभी उनको लगता है कि जैसे वह सपनों की दुनिया में हैं। यह जीवन का सबसे बड़ा दिन है। अरुण योगीराज को भारत सरकार व कर्नाटक सरकार से कई पुरस्कार मिले हैं, लेकिन भगवान रामलला की इस अद्भुत प्रतिमा ने उन्हें इतिहास के पन्नों में अंकित करा दिया।