चंडीगढ़I निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता जी के पावन सान्निध्य में मिहान के निकट, नागपुर में 57वें निरंकारी संत समागम के स्थल पर आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 45 युगल परिणय सूत्र में बंधे इसमें एक जोड़ा चंडीगढ़ का भी था ।
नव विवाहित वर-वधूओं को सतगुरु माता जी ने गृहस्थ जीवन को भक्ति के साथ जीने का आशीर्वाद प्रदान किया तथा निरंकारी पद्धति द्वारा सादे विवाह को अपनाने के लिए उनके परिवारों का अभिनंदन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी।
इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पारम्परिक जयमाला के साथ निरंकारी विवाह का विशेष चिन्ह सांझा हार भी प्रत्येक जोड़े को मिशन के प्रतिनिधियों द्वारा पहनाया गया। लावों के दौरान सतगुरु माता जी एवं राजपिता जी ने वर-वधू पर पुष्प-वर्षा कर अपना दिव्य आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में उपस्थित वर-वधू के सम्बधित परिजनों एवं साध संगत ने भी पुष्प-वर्षा की। निश्चित रूप से यह एक आलौकिक दृश्य था।
आज के इस शुभ अवसर पर महाराष्ट्र के अतिरिक्त भारत के विभिन्न राज्यों