अजीम प्रेमजी ने नारायण मूर्ति को नहीं दी थी Wipro में नौकरी, फिर उन्होंने ऐसे बनाई Infosys कंपनी

इंफोसिस (Infosys) के सह संस्थापक नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) ने बताया है कि उन्हें विप्रो (Wipro) ने नौकरी देने से मना कर दिया था. इसके बाद उन्होंने अपने छह मित्रों के साथ मिलकर इंफोसिस की स्थापना की. विप्रो के पूर्व चेयरमैन अजीम प्रेमजी (Azim Premji) ने इस बात को स्वीकारा था. उन्होंने कहा था कि नारायण मूर्ति को नौकरी न देना विप्रो की सबसे बड़ी गलतियों में से एक थी.

अजीम प्रेमजी ने इसे विप्रो की सबसे बड़ी गलती बताया था 

नारायण मूर्ति ने सीएनबीसी टीवी 18 को दिए इंटरव्यू में बताया कि अजीम प्रेमजी ने उन्हें नौकरी न देने की गलती को स्वीकारा था. उन्होंने कहा था कि यदि यह गलती न हुई होती तो आज उनके सामने इंफोसिस एक चुनौती बनकर नहीं खड़ी रहती. फिलहाल इंफोसिस का मार्केट कैप 6.65 लाख करोड़ और विप्रो का 2.43 लाख करोड़ रुपये है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *