कौन है वो महिला, जिसकी 17 की उम्र में शादी हुई, बंटवारे का दर्द सहा, आइसक्रीम बेची, आज 6 हजार करोड़ की मालकिन

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Rajni Bector Success Story: यदि आप दृढ़ निश्चय और सच्ची लगन के साथ कुछ भी करने की ठान लें तो, आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। रजनी बेक्टर इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जिन्होंने रसोई से अपनी यात्रा की शुरुआत कर मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशलिटीज और क्रेमिका ग्रुप ऑफ कंपनीज की 6,700 करोड़ रुपये से अधिक की फर्म बनाई है। बता दें कि यह कंपनी क्रेमिका नाम से बिस्कुट और इंग्लिश ओवन ब्रांड के तहत ब्रेड बनाती है।

कौन हैं रजनी बेक्टर?

कराची में वर्ष 1940 में जन्मी रजनी बेक्टर ने अपने बिजनेस करियर की शुरुआत शून्य से की। उनका बचपन लाहौर में गुजरा। उनके पिता एक महालेखाकार थे, जबकि अन्य रिश्तेदार सरकारी उच्च पदों पर थे। इस दौरान वर्ष 1947 में देश के विभाजन के समय वे अपने परिवार के साथ दिल्ली आ गईं। महज 17 साल की उम्र में ही उनकी शादी लुधियाना के रहने वाले धर्मवीर बेक्टर से हो गई। रजनी बेक्टर ने शादी के बाद अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की।

खाना बनाने और पार्टियां करने का था शौक

वहीं, रजनी को शुरू से ही खाना बनाने और पार्टियां देने का बहुत शौक था। वह उस समय लुधियाना में उपलब्ध खाना पकाने के पाठ्यक्रम लेती थीं और फिर कुकीज, सलाद, आइसक्रीम और कई चीजों के साथ प्रयोग करती थीं। वह अक्सर अपने दोस्तों और उनके बच्चों को उसका टेस्ट करने के लिए बुलाती थी। शादी के बाद रजनी के तीन बेटे हुए, जब उनके बेटे स्कूल जाने लगे तो रजनी के लिए घर पर अकेले समय बिताना काफी मुश्किल हो गया। इसके बाद रजनी ने अपना व्यावसायिक करियर शुरू किया और घर पर ही कुछ छात्रों को खाना पकाने की कक्षाएं देना शुरू कर दिया।

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इसके बाद पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के खाद्य और डेयरी विशेषज्ञ डॉ. एससी जैन ने हैंड मथनी लगाने और बाद में उनके घर में एक छोटी आइसक्रीम की दुकान खोलने में उनकी सहायता की। वहीं, वर्ष 1978 में इसकी कीमत 20,000 रुपये थी। इस शुरुआत के बाद रजनी बेक्टर ने कभी पीछे मुड़के नहीं देखा।

कई देशों में निर्यात किए जाते हैं प्रोडक्ट्स

वर्तमान में रजनी बेक्टर की कंपनी के बिस्कुट, ब्रेड और आइसक्रीम 60 से अधिक देशों में निर्यात किए जाते हैं। वह मैकडॉनल्ड्स और बर्गर किंग जैसी फास्ट फूड कंपनियों को ब्रेड की आपूर्ति भी करती हैं। इसके बाद वर्ष 2020 में कंपनी शेयर बाजार में भी लिस्ट हो गई। अपनी इस सफलता के लिए उन्हें वर्ष 2021 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।

 

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